फारबिसगंज से कांग्रेस टिकट के मजबूत दावेदार बनकर उभरे मोहन आनंद, प्रदेश अध्यक्ष से की अहम मुलाक़ात
पटना/फारबिसगंज।
बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियों में कांग्रेस पार्टी ने अपनी रणनीति तेज कर दी है और इसी क्रम में फारबिसगंज विधानसभा क्षेत्र से युवा और जुझारू समाजसेवी मोहन आनंद ने टिकट की दावेदारी पेश कर सियासी हलकों में हलचल मचा दी है।
हाल ही में मोहन आनंद ने पटना में बिहार प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश कुमार राम से औपचारिक मुलाक़ात की। इस दौरान उन्होंने क्षेत्रीय समस्याओं, अपनी जनसंपर्क यात्रा, पदयात्राओं और समाज सेवा के अनुभवों को विस्तार से साझा किया। पार्टी सूत्रों के अनुसार, यह मुलाक़ात न सिर्फ सौहार्दपूर्ण रही बल्कि संगठनात्मक दृष्टिकोण से भी अत्यंत सकारात्मक मानी जा रही है।
मोहन आनंद फारबिसगंज के मटियारी गाँव के मूल निवासी हैं और पिछले कई वर्षों से शिक्षा, स्वास्थ्य, भ्रष्टाचार, सड़क, बिजली और नशा उन्मूलन जैसे मुद्दों पर ज़मीनी स्तर पर संघर्ष करते आए हैं। उन्होंने सीमांचल में कई बार जन संवाद, धरना, पदयात्रा और विरोध रैलियों का नेतृत्व कर आम जनता की आवाज़ को मंच दिया है।
उनकी सादगीपूर्ण छवि, बेदाग़ सार्वजनिक जीवन और युवाओं के बीच लोकप्रियता ने उन्हें कांग्रेस के भीतर एक ऊर्जावान और प्रतिबद्ध नेता के रूप में स्थापित किया है। पार्टी सूत्रों का मानना है कि मोहन आनंद जैसे कर्मठ कार्यकर्ता की उम्मीदवारी “भारत जोड़ो न्याय यात्रा” जैसी राष्ट्रीय सोच को स्थानीय स्तर पर सशक्त बना सकती है।
मुलाक़ात के दौरान मोहन आनंद ने कहा,
मेरे लिए राजनीति सत्ता का साधन नहीं, सेवा का माध्यम है। कांग्रेस की विचारधारा हमेशा आम जन की आवाज़ रही है और मैं वर्षों से जनता के मुद्दों को उठाता रहा हूँ। अब इन मुद्दों को विधानसभा तक पहुंचाना मेरा संकल्प है।
फारबिसगंज लौटने के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं और आम जनता के बीच हलचल तेज हो गई है। कई स्थानीय नेताओं, युवाओं और समाजसेवियों ने मोहन आनंद के समर्थन में खुलकर बयान दिए हैं। उनका मानना है कि अब पार्टी को कर्मठ, ज़मीनी और जनता के बीच रहने वाले चेहरे को टिकट देना चाहिए, न कि वंशवाद या पैसे के दम पर राजनीति करने वालों को।
फारबिसगंज जैसी रणनीतिक और राजनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण सीट पर अगर कांग्रेस मोहन आनंद को प्रत्याशी बनाती है, तो यह न केवल एक नई सोच की शुरुआत होगी, बल्कि आमजन और युवाओं में कांग्रेस के प्रति भरोसे को भी मज़बूती मिलेगी।
संवाददाता: रतन कुमार साह
स्थान: अररिया/फारबिसगंज